कोरबा, बालको :- देश के उत्तरोत्तर विकास में युवाओं की भागीदारी बहुत ही महत्वपूर्ण है। युवाओं के स्वावलंबी एवं सशक्त बनने से ही विकसित भारत का सपना साकार होगा। बालको सुनिश्चित करता है कि युवाओं को शिक्षा एवं खेल के साथ-साथ रोजगार योग्य कौशल सीखने के अवसर प्राप्त हो सके। कंपनी के विभिन्न सामुदायिक विकास कार्यक्रम इसी दृष्टिकोण से जुड़े हुए हैं। बालको के लिए समुदाय का सामाजिक-आर्थिक विकास सर्वोपरि है। इसी के अनुरूप कंपनी अपनी सीएसआर नीतियों के अतंर्गत छत्तीसगढ़ के युवाओं को राष्ट्र की प्रगति में समान भागीदार बनाने का कार्य कर रहा है।
कंपनी ने अपने विभिन्न पहल के माध्यम से स्थानीय युवाओं के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करता है जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और खेलकूद शामिल है। रोजगार अवसर के साथ कंपनी ने युवाओं के लिए कृषि क्षेत्र को आय का स्त्रोत बनाने का कार्य किया है। कंपनी के सामुदायिक विकास ने युवाओं के लिए ने कंपनी ने वेदांता एग्रीकल्चर रिसोर्स सेंटर से युवाओं को प्रशिक्षण देकर कृषि व्यवसाय की तरफ आकर्षित किया है। कंपनी की परियोजना मोर जल मोर माटी के माध्यम से युवाओं ने कृषि क्षेत्र में नई तकनीक के उपयोग से कृषि उत्पादन को बढ़ावा दिया है।
समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बालको के सामुदायिक विकास प्रयासों में प्रमुख स्तंभ है। गुणवत्तापूर्ण और व्यावसायिक शिक्षा के साथ हमारे युवा छत्तीसगढ़ और भारत के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कंपनी अपनी परियोजनाओं के माध्यम से स्थानीय युवाओं के बीच कौशल विकास के अवसरों तथा व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा दे रही है।
युवाओं को रोजगारपरक कौशल से स्वावंलबी बनाने के उद्देश्य से बालको ने 2010 में वेदांता स्किल स्कूल की स्थापना की थी। वेदांता स्किल स्कूल हॉस्पिटैलिटी, वेल्डिंग, सिलाई मशीन ऑपरेटर, सोलर पीवी टेक्निशियन, इलेक्ट्रिकल, फिटर-लेवलिंग अलाइनमेंट बैलेंसिंग और मोबाइल रिपेयर ऑपरेटर सहित कुल सात ट्रेडों में मुफ्त आवासीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। 45 से 60 दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। वेदांता स्किल स्कूल मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना (एमएमकेवीवाई), नाबार्ड और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (एनआईएसई) जैसी सरकारी योजनाओं के साथ मिलकर प्रशिक्षण दे रहा है।
स्कूल कौशल के साथ व्यावहारिक ज्ञान संचार, सुरक्षा, कानूनी अधिकार और मासिक धर्म स्वास्थ्य पर सत्रों के साथ समग्र विकास पर जोर देता है। इसमें अनुभवी बालको कर्मचारियों से मार्गदर्शन शामिल है। वित्तीय वर्ष 2024 में 1241 व्यक्तियों को कार्यक्रम से लाभ हुआ जिनमें 72% महिला उम्मीदवार थीं। 100% प्रशिक्षुओं को रोजगार का अवसर प्राप्त हुआ है जो भारत भर के प्रतिष्ठित विभिन्न संस्थानों में कार्यरत है। युवाओं को प्रशिक्षण देने के अलावा, संस्थान ने क्षेत्र में रोजगार दर, जीवन की गुणवत्ता, असमानताओं को कम करने और जीवन के कई अन्य पहलुओं में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
गुणवत्तापूर्ण स्कूली शिक्षा व्यक्तियों को सामाजिक और नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति तैयार करने के साथ सामाजिक पूंजी का निर्माण और समावेशी विकास को प्रोत्साहित किया है। इसी के अनुरूप वर्ष 2016 में ‘परियोजना कनेक्ट’ की शुरूआत की गई जिसका उद्देश्य स्थानीय विद्यार्थियों में विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा (सेमा) में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समुदाय की जरूरतों को पूरा करना है। परियोजना बालको कर्मचारी तथा स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से छात्रों के ग्रेड में सुधार लाने पर केंद्रित है। इसकी मदद से शिक्षकों की क्षमता निर्माण और करियर काउंसिलिंग की मदद से सीखने के माहौल में सुधार किया है।
छह सरकारी स्कूलों में कनेक्ट परियोजना के माध्यम से सेमा (विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा) विषयों पर नियमित कक्षाओं से छात्र को लाभान्वित हो रहे हैं। समावेशी शिक्षा के स्तंभ को मजबूत करते हुए स्कूल जाने वाले छात्रों की मौजूदा स्थिति का पता लगाने और स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की पहचान करने, पुनः प्रवेश के लिए प्रोत्साहित किया है। व्यक्तित्व विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस परियोजना में कला, शिल्प, नृत्य, संगीत, कैलीग्राफी, स्पोकेन इंग्लिश, मिट्टी के बर्तन, योग और एरोबिक्स आदि का ज्ञान दिया जाता है। इसके साथ ही साथ छात्रों को शिक्षित करने वाले नियमित ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन शिविर भी शामिल हैं।
बालको हमेशा समुदाय के युवाओं में खेल और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एथलेटिक्स और खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए पूर्व में कंपनी ने कई खेलों का आयोजन किया है जिसमें क्रिकेट, वॉलीबॉल और फुटबॉल शामिल हैं। इन आयोजन से युवाओं में खेल तथा खेलने के प्रति जुनून विकसित करने का कार्य किया है। कंपनी अपने डॉ. बी. आर. अम्बेडकर स्टेडियम युवाओं और बच्चों को खेलने की सुविधा प्रदान करता है। शारीरिक गतिविधि एवं खेल प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ स्टेडियम युवाओं के एथलेटिक क्षमता को विकसित करने के लिए बेहतर मंच प्रदान किया है।